चलो री सखी देखन चलो
अद्भुत छटा बेमिसाल
चलो री सखी देखन चलो
लगी भीड़ है अपरम्पार
चलो री सखी देखन चलो ।
आया तेरे दर पर तेरी दरश को
भूखा,लंगड़ा,लाचार
चलो री सखी देखन चलो,भोले शंकर का ----।
भांग चढ़ावें सब नर नारी
शिवजी लुटावें प्यार
चलो री सखी देखन चलो,भोले शंकर का ----।
कोई बजावे ढोल,मंजीरा
कोई झूम के गावे मल्हार
चलो री सखी देखन चलो,भोले शंकर का ----।
गौरी शिवशंकर लगें अलबेला
सारी अँखिया हैं अपलक निहार
चलो री सखी देखन चलो,भोले शंकर का ----।
शैल सिंह
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