सियाराम भज ले राधेश्याम भज ले
मुदित मन से दोनों नाम,राम श्याम भज ले
सियाराम भज ले,राधेश्याम भज ले,भज ले रे ----।
परनिन्दा,परित्याग कर अप्रिय वचन न बोल मन
सत्य और निष्ठा की डगर पर बस तूं चल रे मन
घट-घट में मिलेंगे रामश्याम भज ले
सियाराम भज ले,राधेश्याम भज ले,भज ले रे ----।
मद,लोभ,काम,क्रोध,ईर्ष्या,द्वेष,राग छोड़ मन
सद्गुणों को अंगीकार कर,दुर्गुणों से मुक्ति ले रे मन
साधना आराधना में रामश्याम भज ले
सियाराम भज ले,राधेश्याम भज ले,भज ले रे ----।
करले निर्मल अन्तर्मन आचरण को करले पावन
नियम,धर्म,संयम का जीवन में करले पालन
लक्ष्य होंगे सिद्ध सारे रामश्याम भज ले
सियाराम भज ले,राधेश्याम भज ले,भज ले रे ----।
शैल सिंह
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