मैया भजन
जय-जय कारा करते चलो बटोही
राह कठिन आसान होगी
बाट जोहती भक्तों की
अरे मैया परेशान होगी
जय-जय …।
माँ तो आखिर माँ है
ममता की मूरत न्यारी
सुन्दर रूप सलोना माँ का
लगती कितनी प्यारी
माँ का सुमिरन करता चल
दूर हर बाधा व्यवधान होगी
जय-जय …।
भष्म करेगी हर दुःख संकट
नैनों की जलती ज्वाला से
हर कर कठिनाई भर देगी
झोली खुशियों की माला से
निरंकार है ज्योति नयन की
पूरी जीवन की अरमान होगी
जय-जय …।
ऊँचे पर्वत माँ का बसेरा
राह विकट बड़ी भारी है
हमसाया बन साथ चले
बस लेती थाह तुम्हारी है
मुश्किलों की मत परवा कर
सब दरशन से समाधान होगी
जय-जय …।
रोते कलपते जाते हैं सब
देख लो मैया के दरबार
हँसते गाते आते हैं सब
साधें करके अपनी साकार
आसें अधूरी मन की पूरी
मुख मण्डल मुस्कान होगी
जय-जय …।
शैल सिंह
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